Wednesday, 1 August 2018


"मनुष्य ही हर सीख का स्रोत है. आदमी से जो सीख मिलती है, वह किताबों की सीख से कठिन होती है, क्योंकि मनुष्य ज़रा टेढ़ा गुरु है. पर उससे जो सीखा जाता है, वह अमिट हो जाता है..."

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